बस्तर : आज भारत बंद का असर छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी देखने को मिला। यहां की सारी सड़कें और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में SC-ST में उपवर्ग बनाने का अधिकार राज्यों को दिया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने SC-ST आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने की बात भी कही है। कोर्ट के इस फैसले पर बस्तर के समस्त मूल निवासी समाज विरोध में है। कोर्ट के इस फैसले को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। वहीं सुरक्षा को लेकर बस्तर पुलिस भी एक्टिव मोड में नजर आ रही है।
आज बस्तर में भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। आज सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक बस्तर बंद रहेगा। सुबह से ही SC, ST और OBC वर्ग के लोग बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन मांगने सड़कों पर निकल गए हैं। समाज के लोग दुकानों को बंद कराते दिख रहे हैं। इसके अलावा गाड़ियों को भी रोका जा रहा है। बंद के दौरान संभागीय मुख्यालय बस्तर में एक विशाल आक्रोश रैली भी निकाली गई। उन्होंने कहा की बस्तर में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
नेशनल हाईवे पर बसों और ट्रकों की लगी लंबी कतार
बता दें कि केशलूर जगदलपुर से 15 किमी दूर दो नेशनल हाईवे से जुड़ा है। NH 30 और NH 63 से जुड़ने वाली केशलूर चौक में बड़ी संख्या में बस्तर से स्थानीय निवासी सुबह से मौजूद थे। कुछ देर वहां जाम की स्थिति भी बनी थी लेकिन इसके बाद चारपहिया निजी वाहनों और मोटरसाइकिल के अलावा स्वास्थ्य से जुड़े वाहनों को छोड़ दिया जा रहा था। वहीं सड़क के दोनों और बसों और ट्रकों की लंबी कतारें लग गई थी। बस्तर बंद को देखते हुए जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
बंद को लेकर युवाओं ने कहा – अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं
बस्तर बंद के लेकर युवाओं का कहना है कि वे अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस वजह से बस्तर बंद किए हैं। भीमराव अंबेडकर के संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा युवाओं ने संविधान संशोधन और सुप्रीम कोर्ट से अपने आदेश को वापस लेने की भी मांग की है। बस्तर बंद के दौरान यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योकि सभी दुकानें बंद और रास्तों पर जाम लग गए थे। साथ ही लोग घरेलू सामान समेत रोजमर्रा की चीजें नहीं मिलने से भी आम लोग परेशान हुए।