अपनी मांगों को लेकर वेतन भोगी कर्मचारियों ने किया विधानसभा अध्यक्ष निवास का घेराव…
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के बैनर तले आज सैंकड़ों की संख्या में वन विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगियों ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आवाज बुलंद करते हुए राजनांदगांव शहर में विधानसभा अध्यक्ष के निवास कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शन कारियों को पुलिस ने रास्ते में रोक दिया। लगभग दो दशक से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर समय-समय पर आंदोलन कर रहे वन विभाग के दैनिक वेतन भोगियों ने आज प्रदेश के पांच जिलों में विधायक और मंत्रियों के बंगलों के घेराव का आयोजन किया था।
सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे लोग
इसी कड़ी में राजनांदगांव में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के बंगले का घेराव करने राजनांदगांव सहित प्रदेश के अन्य जिलों से सैकड़ों की संख्या में वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी राजनांदगांव पहुंचे और विधानसभा अध्यक्ष के निवास कार्यालय का घेराव करने निकले। विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के निवास कार्यालय के घेराव को लेकर वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अध्यक्ष विकास पटेल ने कहा कि, हमारी मुख्य मांगों में नियमितकरण और स्थाईकरण शामिल है।
मांगों को लेकर कर रहे आवाज बुलंद
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, हम 20 वर्षों से अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं, लेकिन हमारी मांग पूरी नहीं की जारी है। कांग्रेस की सरकार ने भी हमारी मांग को अपने मेनिफेस्टो में शामिल किया था, लेकिन पूरा नहीं किया। वहीं वर्तमान भाजपा सरकार ने भी महज समिति का गठन किया है लेकिन मांगे पूरी नहीं हो रही है। इस दौरान तहसीलदार ने कहा कि, विधानसभा अध्यक्ष निवास कार्यालय का घेराव करने जा रहे हैं। वन विभाग के दैनिक वेतन भोगियों को घेराव की अनुमति नहीं थी जिन्हें अग्रवाल ट्रांसपोर्ट के पास रोक कर ज्ञापन लिया गया है।
दी ये चेतावनी
वहीं वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी विगत कई वर्षों से नियमितीकरण एवं स्थायीकरण के मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। आज भी रिमझिम बारिश के बीच अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने विधानसभा अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अपनी प्रमुख मांगों को रखा है। वहीं मांगे पूरी नहीं होने पर आगामी 11 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।